The School Weekly 31st August 2020

 Virtual School Functioning
Academics
Educators are preparing Question papers ensuring to meet Learning Outcomes as suggested by CBSE. Work in progress at Senior and Middle Section on  Art Integrated Projects. Primary Section Educators are discussing Trans-Disciplinary and Art Integrated Projects during their circle time meetings along with the Principal.
ATL-Tinkering: 4 students registered for Plezmo app development module. In total we have 16 students registered. 
E-Learning (Online Learning): Primary Section is being introduced to Google Classroom. Middle & Senior Sections are learning how to build Online Circuits.

                                                        My Good School Activities
Sports Quiz, GK Quiz, Personal Hygiene & Health Awareness Projects, live Tinkering sessions are the part of My Good School Activities.
Professional Development
PLP: 2nd Cycle of PLP with Learning Forward Foundation commenced on 29 the August 2020. This cycle of PLP will be coached by Ms. Monisha Dutta, Director Learning Forward. Educators will be reading a book by Dr. Anupam Sibal, ' Is Your Child Ready To Face The World'. This book will spill over sixteen sessions, educators will Connect - Communicate - Collaborate - Create to take their Learning Forward.
Edthena: The new PLP Cycle for Sixteen Sessions PLP++ cohort will be based on Edthena (Video Powered Professional Learning).

NEWS & EVENTS
Saturday, 29th August: On the occasion of 115th Birth Anniversary of Major Dhyanchand National Sports Day was celebrated. Quiz was organized online and fitness challenge activities were organized and many students participated in it.

Posts from our Educators
टेक्नोलॉजी 
टेक्नोलॉजी से तात्पर्य उन सभी मेथड, सिस्टम अथवा डिवाइसेस से है, जिसका इस्तेमाल विज्ञान की दुनिया में किसी खोज के प्रयोग के लिए किया जाता है। हालांकि, विज्ञान की दुनिया में इसका उपयोग करने के लिए उचित कौशल, ज्ञान और सामर्थ्य की जरूरत होती है।
टेक्नोलॉजी का महत्व

आज टेक्नोलॉजी का हर किसी के जीवन में खास महत्व है क्योंकि यह न सिर्फ व्यक्ति के विकास में मद्द करती है, बल्कि देश-दुनिया के विकास में भी अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाती है। वहीं अगर किसी भी देश की विकास की दर धीमी है तो इसका मतलब साफ है कि उस देश की टेक्नोलॉजी काफी पिछड़ी हुई है। टेक्नोल़ॉजी की मद्द से पिछड़ी हुई औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं की सामाजिक व्यवस्था को भी सुधार लाने में मद्द मिलती है। आज जिंदगी से संबंधित हर काम टेक्नोलॉजी से जुड़ गया है, जिससे जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हुआ है, बल्कि विकास को एक नई दिशा मिली है।
विज्ञान और टेक्नोलॉजी
विज्ञान और टेक्नोलॉजी एक-दूसरे के पूरक है, अथवा उन्नत तकनीकी का इस्तेमाल कर ही आज विज्ञान नई-नई खोजें कर रहा है और विकास की दर को बढ़ाने में मद्द कर रहा है। वहीं आज का युग विज्ञान और तकनीकी का युग है, जिसमें मानव जीवन पूरी तरह विज्ञान और टेक्नोलॉजी पर निर्भर हो चुका है। आज टेक्नोलॉजी और विज्ञान की मद्द से ही इंसान समुद्र की गहराइयों से लेकर आसमान की ऊंचाई तक को माप सकता है। यही नहीं विज्ञान और तकनीकी ने इंसान की पहुंच अंतरिक्ष तक बना दी है।
निष्कर्ष
टेक्नोलॉजी ने आज मानव जीवन को जितना आसान बना दिया और देश -दुनिया की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अपना पूर्ण रुप से सहयोग दिया है तो वहीं दूसरी तरफ टेक्नोलॉजी के इस बढ़ते इस्तेमाल ने मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाला है, इसलिए हम सभी को जरूरत के वक्त ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए।
Usman Gani

किशोरावस्था में बच्चों को समझाना और समझना
किशोरावस्था  का  अर्थ हैं  बढ़ना  या  विकसित होना  इस अवस्था में अनेक परिवर्तन होते हैं जैसे - शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक इस  समय  में  अधिक  बदलाव  के कारण  बच्चों को  अनेक कठिनाइयों  का सामना  करना पड़ता  हैं। वे अचानक  से हूए  वह शारीरिक परिवर्तन   को अनुभव तो कर सकते हैं परंतु समझ नहीं पाते हैं वह इन  परिवर्तनों के विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं इसके लिए या तो  सहकर्मी   आयु  की मदद लेते  है  या गुमराह करने वाले साहित्य पर निर्भर हो जाते हैं।  गलत  जानकारी  मिलने  से वे और भी  परेशान हो जाते हैं  इससे उनके मानसिक और शारिरिक  विकास पर बहुत प्रभाव पड़ता हैं।  
इस दौरान परिवार की अहम  भूमिका होती है क्योंकि   इस समय  जरूरत होती हैं  उन्हें समझने की जैसे-जैसे  वे
इस अवस्था  में प्रवेश करते हैं वे अपनी पहचान बनाना चाहते हैं इसलिए उनको अपने स्वयं के    निर्णय लेने  और अपने स्वयं के कार्य की जिम्मेदारी लेने के अवसरों को प्रदान करने  की जरूरत हैं  अगर वह कोई गलती करे  तो उनको समझाएं और  सही करने में सहयोग करें इस अवस्था में उनको समझाना बहुत आवश्यक हैं  इसके लिए माता -पिता को  पहले उनके अच्छे दोस्त बनने की आवश्यकता हैं  क्योंकि  इस दौरान उनको कोई समस्या आती हैं तो वे इस बारे में आपसे  बात करेंगे  उनके ऊपर विश्वास करे तथा उनको  जिम्मेदार बनाए इसके लिए उन्हें कोई भी जरूरी कार्य दे और करने के लिए कहे सबसे आवश्यक है वह कुछ भी बात करें या करें तो उन पर विश्वास करें।
Kusum Dangi

आशा 

आशा जीवन रूपी फूल की सुगंध हैं, किसी कार्य या बात को पूर्ण हो जाने की उम्मीद को आशा कहते हैं |जहां आशा हैं, उत्साह हैं ,वही सफलता है | कार्य कैसा भी हो यदि मनुष्य आशा और उत्साह के साथ काम करता है तो निश्चय ही सफलता व आनंद दोनों प्राप्त होते हैं | मनुष्य को अपना सुखी जीवन जीने के लिए सकारात्मक सोच रखनी चाहिए | जीवन में 'रात व दिन' की तरह आशा और निराशा के क्षण आते-जाते रहते हैं | मनुष्य जिस तरह की भावना रखता हैं वैसी ही  प्रेरणाएं मिलती हैं । आशा वह दीपक हैं जो कठिनाइयों में भी बुझता नहीं है, आत्मा से शक्ति पाकर निरंतर जलता रहता है । 
सच्ची मित्रता रंग रूप नहीं देखती हैं । मित्रता जीवन को रोमांच से भर देती हैं । मित्र के होने पर हम खुद को अकेला महसूस नहीं करते हैं । व्यक्ति अपने जन्म से ही अपनों के साथ रहता है, खेलता है, उनसे सीखता है पर हर बात व्यक्ति हर किसी को नहीं बताता है। वह केवल अपने सच्चे मित्र को ही अपने मन की बात बताता है । जो हमें समय-समय पर जीवन की कठिनाइयों से लड़ने में सहायता प्रदान करता है । हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में दोस्तों की मुख्य भूमिका होती हैं । हम अपना सुख दु:ख तथा हर तरह की बातें उसी के साथ बांट सकते हैं जो हमारे मित्र होते है। मित्रता जीवन के किसी भी पड़ाव में हो सकती हैं । 
सच्ची दोस्ती हमको सदैव सही मार्ग दिखाती हैं - जैसे मोती की माला के टूट  के बिखर जाने पर हम उन्हें बार-बार पीरोते हैं क्योंकि वह मूल्यवान हैं ठीक उसी प्रकार सच्चे मित्र भी मूल्यवान होते हैं उनकी मित्रता हमें बनाए रखनी चाहिए । संसार में कई दोस्त होते हैं जो हमेशा अपने मित्रों की समृद्धि के समय ही साथ रहते हैं , लेकिन केवल सच्चे, ईमानदार और वफादार दोस्त ही होते हैं जो हमें कभी भी हमारे जीवन में कठिनाई और मुश्किल के समय में अकेला नहीं होने देते हैं और  हमारा  साथ देते हैं तथा  मनोबल बढाते है।सच्चे मित्र ही बिना विचार किए  हमको संकट में देखकर मदद के लिए आगे आ जाते है |
जफ्फर खां 
Technology and Education
Technology education is the study of technology, in which our students "learn about the processes and
knowledge related to technology”. As a field of study, it covers one’s ability to meet all the needs, by manipulating materials and tools with techniques. It shows the disconnected relation between wide usage and the lack of knowledge about the technical components of technologies used and how to fix them.
Technology can deliver new educational opportunities for everyone. It offers great opportunities to transform global education at any age level. Technology is continuously developing at a rapid pace and access to technologies such as mobile phones and the internet is increased.
In schools around the world, computers, tablets, smart whiteboards, and other technological devices are being used as part of the learning process. Technology provides a window to the world and access to thousands of learning resources. Learning to stay connected with technologies and using computer coding gives children the skills and confidence to help them get good jobs when they leave school - and in turn, come up with more new technologies.
The number of children around the world using handheld devices, like mobile phones and mini-tablets, is growing. Agencies and organizations are taking advantage of the technology to deliver education where it is most needed.
Technology can be used as a tool for delivering education where it is most needed, especial in humanitarian emergencies such as war or natural disasters.
Students need to be learning the skills necessary for the jobs that have yet to be created Technology can deliver education in places other than a traditional classroom - particularly during humanitarian emergencies such as conflict, natural disasters or epidemics like COVID19.
Jitendra Suthar

परिवर्तन 
परिवर्तन प्रकृति का महत्वपूर्ण अंग है। जब प्रकृति में परिवर्तन होता है तो कोई भी प्राणी इस परिवर्तन से अछूता नहीं रह जाता। यह आवश्यक हो जाता है कि वह प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करें तथा उसके अनुकूल बनाने का प्रयास करें। प्रकृति को अपने अनुसार मोड़ने की भूल कदापि न करें। जब प्रकृति के साथ छेड़छाड़ होने लगती है तब प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखाती है। 
मनुष्य भी इस परिवर्तन का एक अंग है अतः हर क्षेत्र में समय-समय पर परिवर्तन होते रहते हैं। न  केवल प्रकृति  वरन अन्य कई क्षेत्रों में भी परिवर्तन होते हैं। बात करें तो रहन- सहन, खानपान आदि से लगाकर शिक्षा तक परिवर्तन दृष्टिगोचर होता है। इन होने वाले परिवर्तनों के लिए हमें तैयार रहना चाहिए तथा चुनौतियों को स्वीकार करने की क्षमता होनी चाहिए। 
प्राचीन युग से लगाकर आज तक शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन होते रहे हैं। गुरुकुल में आचार्य बिना पाठ्य-पुस्तकों के अध्ययन करवाते थे। छात्र स्वयं भी अपनी योग्यता के अनुसार प्रदर्शन करते थे। धीरे धीरे परिवर्तन होते गए। परिवर्तनों का कारण कुछ भी हो सकता है यथा- विदेशी आक्रमण, समय की मांग या फिर विदेशियों की गुलामी। 
शिक्षा महत्वपूर्ण घटकों में से एक है। जिस प्रकार जैसी आवश्यकता लगी उसके अनुसार समय-समय पर परिवर्तन होते गए। कहते हैं- ‘आवश्यकता आविष्कार की जननी है।’ अर्थात जैसी आवश्यकता महसूस हुई, नई रीति या प्रणाली अपनाई गई। शिक्षा प्रदान करने के तरीकों में भी अंतर आया है। आज पूरा विश्वास कोरोना महामारी से  ग्रसित है। पाँच महीनों से भी अधिक का समय हो गया है विद्यालय खुल नहीं पाए। संक्रमण का खतरा देखते हुए सरकार द्वारा कोई निर्देश इस संबंध में नहीं मिल रहे हैं। किंतु इस चुनौती को स्वीकार किया और हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रह गए। 
एक बार पाँच महीने पहले की स्थिति पर गौर करते हैं। पढ़ाने में टेक्नोलॉजी का बहुत कम मात्रा में प्रयोग हो रहा था। न ऐसा सोचा था कि टेक्नोलॉजी का उपयोग इस तरह से, इतने बड़े पैमाने पर करना पड़ेगा। किंतु समय के साथ सब कुछ बदला शिक्षक, बच्चे और अभिभावक सभी पूर्ण मनोयोग से इस कार्य में जुट गए। शिक्षा पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर निर्भर हो गई। ऑनलाइन क्लास से बच्चों के घर तक पहुँच गए है। 
जहाँ किसी तरह की खुद में कमी देखी, उसे दूर करने का प्रयास किया। टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जो वर्षों से नहीं सीखा था, वह कुछ महीनों में सीख गए और उसका उचित उपयोग भी करने लग गए। नए काम में कई प्रकार की चुनौतियाँ सामने में आती है लेकिन शिक्षक-छात्र और अभिभावकों ने मिलकर इन चुनौतियों को दूर किया। शिक्षा के क्षेत्र में इसे बहुत बड़ा बदलाव या क्रांति कहा जा सकता है। हो सकता है कुछ चुनौतियाँ अभी भी रही हो किंतु यह हर्ष का विषय है कि इस बदलाव में सभी का योगदान रहा। इस बदलाव को स्वीकार भी करते जा रहे है। 
Krishan Gopal 

Sadbhavana Diwas 
Sadbhavna Diwas is celebrated on 20th August to remember the birth anniversary of former Prime
Minister Rajiv Gandhi and to encourage national integration, love and peace among Indians of all religions. 'Sadbhavna' in the English language means goodwill and bonafide.
Sadbhavana  Diwas is celebrated on Rajiv Gandhi's birthday because he contributed significantly to the country's development and announced a number of policies that aim in the welfare of the citizens of our country. 
Importance of Sadbhavana Diwas
It is observed every year on 20th August. The only mission of the Rajiv Gandhi government was to have a good feeling for others. Contributions to society's betterment are made on this day, paying respect to Rajiv Gandhi and his vision for India.
Sadbhavana Diwas Celebration
On this day programs are organized in different parts of our country. Every one is taught the lesson of 'Go Green'. People plant more trees on this day and more attention is given to the greenery theme. Children play, paint, debate and sing on the theme. It is celebrated to make people aware of critical environmental issues. The statue of Rajiv Gandhi is decorated with flowers and goodwill day is celebrated.
Rajiv Gandhi National Sadbhavna Award
A year after Rajiv Gandhi's death the Indian National  Congress instituted  Rajiv Gandhi  National Sadbhavna Award in 1992. It was established to accredit outstanding contributions in promoting national integration, peace  and harmony. This awards includes  a cash award of Rs. 10 Lakh and it is presented every year of Rajiv Gandhi's birth Anniversary.  A few of the renowned  recipients of the award are as follows :
1. Mother Teresa   2. Last Mangeshkar  3. Freedom Fighter  Subhadra Joshi  
4. Former President  K. R. Narayanan  5. Nirmala Deshpande  6. Sunil Dutt  7. Shubha 
Mudgal  8.  Mohammed Azharuddin etc. 
Kavitha Devda 

Posts from our Students
Positive Thinking
Positive thinking is a mental in which you expect good and favourable results. In other words, positive thinking is the process of creating thoughts that create and transform energy into reality. A positive mind waits for happiness, health and happy ending in any situation. More people are attracted to this motion, a good evidence is the increase in courses and books about it. Positive thinking is gaining popularity among us. More and more successful people will tell you that how they got where they are now because they made a lifestyle around positive thinking. A person that faces life with a positive attitude will always be more successful in life both professionally and personally, than a person that can not take control of his thoughts.
Benefits of positive thinking -
These are just some of the benefits of positive thinking:
 Reduces daily stress.
You get a better health.
A strong confidence.
 Live a longer life.
Live a happier life.
Thanks
Praveen Dewasi/  IX B

Writing
Writing is a medium of human communication that represent language with signs and symbols . For
language that utilize a writing system .Inscription can complement spoken language by creating a durable version of speech that can be stored for future reference or transmitted across distance. Writing, in other words, is not a language but a tool used to make language readable within a language system ,writing relies on many of the same structure as speech such as vocabulary, grammar, and semantic with the added dependency of system on a signs or symbols. The result of writing is called a tent and the interpreter or activity of this tent is called reader. 
Rohit Vaishnav/ XII Science

Discipline is the door to Success
Discipline is something that helps us to be focused on work, activities, or goals. It motivates us to progress in life and achieve success. Discipline is certainly an essential thing in everyone's life. Some people consider it a part of their life and some don’t. I think that it is a guide for us to walk on the right path. Discipline is the key to success. It plays an important role. I think that every person should be disciplined. A disciplined person always thinks positively. It always keeps our determination power. Without discipline, we can't achieve our goal. A disciplined person never wastes his/ her time. Discipline is highly valuable in our life. We have to follow it all the time whether we are in school, office, home, college, and public places. It gives us opportunity, the right way to go ahead, to learn new things in life, to express more within less time. Lack of discipline causes a lot of confusion and disorders. We need to follow rules, obey orders, and behave well in an orderly manner. 
Lastly, I will say that we should value the importance of discipline in our daily lives. Because who is not discipline in their life, they have to face lots of problems and get disappointment.
Only if we are disciplined our hearts can be pure
Diksha Meena / XI Science

Being Confident
Confidence is a feeling of power that boosts your morale, self worth, and improves your skills. There
are few key factors to be a successful person. One is having confidence, second is hard work and third is patience. You can not succeed in your life if you lack any of those. Having confidence on yourself makes you believe that you can do the task, no matter how hard it is. All what you need is to have little faith,patience and work hard and not lose hope.
Maheshwari Sompura
Class II

Happiness
Happiness is a feeling of pleasure and positivity when someone feels good ,proud, excited, relieved, or satisfied about something, that person is said to be "happy".feeling happy may help people to relax and to smile. 
Happiness is usually thought of as opposite of sadness. However, it is possible to feel both at once, often about different things or sometimes even about the same thing.
One essential standard for living is being able to be happy. Happiness can be found in many different forms. You can't live your life in fear or what can go wrong. You just need to go out and live your life to the fullest and know that you'll be happy, even if something doesn't go the way that you had planned to.
Happiness may come and go like the season but in the end,every moment that you have, that is filled with happiness will be well worth.
Krishnapriya Rajpurohit / XII Humanities

Volume No. 436   Published by The Editorial Board: Mrs Bharti Rao, Mr Krishan Gopal, Ms Swabhi Parmar,
Chief Editor: Diksha Choudhary, Secretary: Uma Choudhary, Joint Secretary: Mansi Choudhary, Editors: Anumesh Rao, Krisha Dave, Puran Choudhary, Jatin Tripash, Diksha Choudhary, Tammana Solanki, Uma Choudhary, Priyanka Deora, Krithika Rajpurohit, & Kunal Rajpurohit.

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