The School Weekly 29th November 2021

 News & Events
Closing week of November 2021, has been the week of Term-I Board Exams and we also had some guests from Delhi visiting our school to share, talk and understand the philosophy of our school. Students and staff had a wonderful opportunity to learn and interact with them. Their personalities mesmerized each and every individual at the school.

My best friend
My best friend's name is Gargi. She lives nearby my home. She is my classmate .She is very good in studies. She is very funny and helpful . She is my best friend .She shares her food with me and she helps me with my  studies. Her birthday comes on 27 March.
Priyanshu Rathore / I

Cow
Cow is a domestic animal . Thy are found all over the world.  Cow has a large body . It has four legs, two horns, and a long tail. Cow eats grass and it gives us milk. Cow dung is very useful. Cow helps in farming. Cow milk is white in colour. Cow is my favourite animal. 
Rohit / I

Flowers
Flowers are one of the most beautiful gifts to us by nature. The different colours and beautiful fragrance makes flowers desirable to human beings. The beautiful fragrance that flower gives out makes sense of freshness and peace to the human mind. In many religions across the world certain types of flowers are used to worship Gods and Goddess. Lotus is one such flower that is associated closely with Hinduism and offered to Goddess Lakshmi. The flower is also a medium to convey the emotions and thoughts of a person. The flower business is also one  of the flourishing business across the world. In India we use flowers to decorate during happy occasions like festivals, weddings etc. In Bengaluru there is a flower show arranged twice a year. We can visit there during Republic Day or Independence Day. 
There is a variety of flowers arranged in a glass house at 'Lalbagh'. We can also see different colour rose gardens in Lalbagh. Ikebana is an art of arranging and decorating flowers in Japan and flowers can bring smile to everyone's face.
Budh Kunwar / IV

"सहयोग "
सहयोग से काम शीघ्र पूरा होता है। 
सहयोग से काम में सफलता
 मिलती है। 
इससे मिल जुल कर रहने की भावना बढ़ती हैं ।
बिना सहयोग के मानव सफल नहीं हो सकता है। 
कोई भी बड़ा कार्य बिना सहयोग के पूर्ण नहीं  हो सकता है ।
धन्यवाद 
युगवीर सिंह / कक्षा प्रथम
सूर्य 
सूर्य  हमें रोशनी व गर्मी देता हैl सूरज पीला रंग का है l वह आग का बड़ा गोला है, सर्दी में हमें धूप  की आवश्यकता होती है  वह सूर्य से  मिलती है सूर्य की रोशनी बहुत आवश्यक है  lसूर्य पूरब में उगता है और पश्चिम में अस्त होता हैl सूर्य की रोशनी  हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है।
विशाल सीरवी / कक्षा प्रथम
DETERMINATION
Every champion has felt it, every victorious person has felt it THE URGE to quit. Don't give upon your dream inspite of any circumstances .It may take you twice as long. Now you have to decide  are you so concerned about accomplishing your dreams . In this whole journey what may play an important role is one and only DETERMINATION . how much determined you are to do the things up and above. 'wake up with the determination and sleep with satisfaction that is all you need to do . Determination bring an urge to do the work in a person and it may vary from person to person. In this age of competition this is only thing which will make u stand apart and high in your journey. Determination is followed by consistency, will, urge, and NO EXCUSES .There is a vast differences between I need something and I am determined about that particular thing. The other factor that helps is HOPE ,It plays a vital role too as a person holding his/her nerves with the hope is just invincible. A person must indulged in introspection too just to assess his /her strengths and weakness .
I just want to conclude my opinion by saying a person with strong determination is the winner in himself. You won half of the battle champ.
Arvind Singh / Educator
संकल्प: कृष्ण गोपाल
किसी बात का मन में निश्चय कर देना कि यह काम में करके ही रहूँगा, संकल्प कहलाता है।सदियों से यह प्रथा चली आ रही है कि हाथ में जल लेकर या अग्नि को साक्षी मानकर किसी बात का संकल्प लिया जाता है। जल और अग्नि यह केवल एक निमित्त मात्र हैं किंतु मनुष्य का दृढ़ निश्चय, काम करने का प्रयत्न ही उसके लिए संकल्प है। यदि दृढ़ निश्चय मन में है तो किसी प्रकार के जल और अग्नि की साक्षी आवश्यक नहीं है।
कई सारे ऐसे उदाहरण भरे पड़े हैं जिनको देखकर अन्य व्यक्ति भी दृढ़ संकल्प से भर जाता है। दृढ़ संकल्प से कई रुके हुए काम बन जाते हैं तथा असंभव से दिखते कार्य भी पूर्ण हो जाते हैं। अपने मन में आए हुए विचारों को धरातल पर उतारने के लिए दृढ़ निश्चय होना आवश्यक है।
एक बार मैंने भी मन ही मन वैदिक संस्कृत की पुस्तकों को पढ़ने का निश्चय किया। ग्रंथों को पढ़ने से पहले संस्कृत का ज्ञान परम आवश्यक था क्योंकि भाषा के शब्द-कोश को जाने बिना या उसकी व्याकरण को जाने बिना उसके ग्रंथों को पढ़ना निरर्थक था। संस्कृत से मेरा ज्यादा लंबा संबंध नहीं था। दसवीं कक्षा तक संस्कृत का अध्ययन अवश्य किया था, इससे अधिक कुछ भी नहीं था। दसवीं कक्षा पास किए हुए भी एक लंबा अरसा हो गया था।
अब अपने संकल्प को पूरा करने के लिए सर्वप्रथम मैंने व्याकरण की कई पुस्तकें खरीदी तथा स्वाध्याय करते हुए ही व्याकरण का ज्ञान अर्जित किया। संस्कृत के विभिन्न सूत्रों के अर्थ जाने तथा उनके प्रयोग के बारे में जानकारी की। हर छोटी-छोटी बातों को भी मैंने सम्मिलित किया। संपूर्ण रूप से मैं पुस्तकों पर ही निर्भर था, मार्गदर्शन के लिए किसी भी व्यक्ति का सहारा नहीं था इसलिए इस काम में थोड़ा समय जरूर लगा किंतु जो कुछ भी सीखा वह स्थायी हो गया।
इन सब के पश्चात मैंने संस्कृत के उन ग्रंथों को पढ़ा जिनको पढ़ने की इच्छा मेरे मन में जागृत हुई थी। पुस्तकों की कमी नहीं इसी कारण यह क्रम आज भी चल रहा है। हाँ, अवश्य ही इन पुस्तकों के पठन की गति में कमी आई है परंतु पठन की यह धारा अविरल बह रही है।
परिश्रम और दृढ़ निश्चय से मैंने अपना यह संकल्प पूरा किया और इसे आगे भी ले जा रहा हूँ। कुछ कठिनाइयाँ भी अवश्य आई परंतु आनंद की अनुभूति भी कुछ कम नहीं थी। अतः अपने संकल्प को पूरा करने के लिए स्वयं ही निश्चय करें। 
Krishan Gopal / Educator

Volume No. 493 Published by The Editorial Board: Mr. Jitendra Suthar, Ms. Swabhi Parmar, Ms. Jyoti Sain, Pushpendra Singh Ranawat, Tamanna Solanki, Kritika Rajpurohit, Kanak Gehlot, Kunal Rajpurohit, Harshit Rajpurohit, Ronak Deora, Mohammad Anas.

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